अंधी हत्या' का खुलासा शातिर साजिश तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया - Bhaskar Crime

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अंधी हत्या' का खुलासा शातिर साजिश तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया

*अंधी हत्या' का खुलासा शातिर साजिश तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है*

*ड्राइवर ने लोहे की रॉड से मारा वार, नहर में फेंका शव*


पैसों के झगड़े में दोस्त ने करवाई दोस्त की बेरहम हत्या, महिला मित्र और ड्राइवर भी गिरफ्तार 

· पैसे के लेन-देन को लेकर थी अनबन, दोस्त बना खूनी

· घात लगाने के लिए महिला मित्र को बनाया चारा, शराब पिलाकर किया बेहोश

· सायबर साक्ष्य और जांच से पुलिस ने उजागर की पूरी साजिश

· हत्या का इनाम लेने वाले आरोपियों से 40 हजार नगद जब्त

जबलपुर संवाददाता / रांझी थाना क्षेत्र में एक बिल्डिंग मटीरियल सप्लायर की निर्मम हत्या का मामला सामने आया है, जिसमें पीड़ित के सबसे करीबी दोस्त और बिजनेस पार्टनर पर ही हत्या की साजिश रचने का आरोप है। पुलिस ने शानदार तरीके से इस 'अंधी हत्या' (blind murder) का खुलासा करते हुए तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

केस का संक्षिप्त ब्योरा (Case Details)

· पीड़ित: नितेश विश्वकर्मा (26 वर्ष), निवासी रांझी, बिल्डिंग मटीरियल सप्लायर।

· गिरफ्तार आरोपी:

  1. रमनदीप सिंह मारवाहा (29 वर्ष): पीड़ित का दोस्त और बिजनेस पार्टनर। मुख्य साजिशकर्ता।

  2. मिनाक्षी कपूर उर्फ श्रुति (22 वर्ष): रमनदीप की महिला मित्र, जिसने नितेश को फंसाया।

  3. तौकीर खान (25 वर्ष): रमनदीप का ड्राइवर, जिसने सीधे हत्या की।

· जब्त सामान: हथियार (लोहे की रॉड), 4 मोबाइल फोन, बोलेरो कैंपर वाहन, नकदी ₹40,000।

· वारदात की तारीख: 24 अगस्त, 2025 की रात।

 पूरी कहानी: कैसे हुई हत्या? (The Story: How Did It Happen?)

पुलिस जांच के मुताबिक, रमनदीप और नितेश साथ में ट्रक का व्यापार करते थे। व्यवसाय में पैसे के लेन-देन को लेकर दोनों में कई दिनों से झगड़ा चल रहा था। रमनदीप का nearly 10-20 लाख रुपये नितेश पर बकाया था। जब नितेश ने पैसे लौटाने से मना कर दिया, तो रमनदीप ने उसे मारने की साजिश रची।

इसके लिए उसने अपनी महिला मित्र मिनाक्षी और ड्राइवर तौकीर को साथ मिलाया। योजना यह थी कि मिनाक्षी नितेश को अपनी बातों में उलझाकर बरगी डैम के पास कैनाल पर ले जाएगी, उसे शराब पिलाकर बेहोश करेगी और फिर तौकीर आकर उसकी हत्या कर देगा।

24 अगस्त की रात, मिनाक्षी ने नितेश को व्हाट्सएप कॉल कर बुलाया। नितेश उसे अपनी इनोवा कार से बरगी डैम ले गया। वहां मिनाक्षी ने उसे खूब शराब पिलाई और फिर तौकीर को लोकेशन भेजकर बुलाया। तौकीर ने बोलेरो कैंपर से निकाली लोहे की रॉड से नितेश के सिर पर पीछे से वार कर दिया। बेहोश होने पर दोनों ने मिलकर उसे नहर में फेंक दिया और सबूत मिटाने की कोशिश की।

 पुलिस ने कैसे किया खुलासा (How Did Police Crack the Case?)

पीड़ित के गुमशुदा होने की रिपोर्ट मिलने के बाद जबलपुर पुलिस के अर्धिकारियों के निर्देश पर एक विशेष टीम बनाई गई। टीम ने वैज्ञानिक तरीके से साक्ष्य जुटाए और सायबर सबूतों (मोबाइल लोकेशन, कॉल डिटेल्स) के आधार पर तीनों संदिग्धों को चिन्हित किया। सघन पूछताछ के दौरान तीनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया और पूरी साजिश का खुलासा हुआ।

पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका 

इस जटिल मामले को सुलझाने में एसपी  सम्पत उपाध्याय के नेतृत्व और थाना प्रभारी रांझी  उमेश गोल्हानी की अगुवाई वाली टीम की भूमिका अहम रही। टीम के सदस्यों जैसे यूपी मयंक यादव, एएसआई मनीष जाटव, सायबर सेल के यूपी कपूर सिंह और अन्य स्टाफ की मेहनत से ही इस सनसनीखेज हत्या कांड का भंडाफोड़ हुआ है। तीनों आरोपियों को अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड लिया जा रहा है