अंतर्राज्यीय डकैत गिरोह "दास गैंग" के सरगना बिहार में गिरफतार - Bhaskar Crime

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अंतर्राज्यीय डकैत गिरोह "दास गैंग" के सरगना बिहार में गिरफतार

*अंतर्राज्यीय डकैत गिरोह "दास गैंग" के सरगना राजेश दास और उसके एक सहयोगी को किया गिरफ्तार*

(्प्रस कॉन्फ्रेंस में जानकारी देते पुलिस अधीक्षक)

*पुलिस ने बैंक से लूटा गया 3 किलो सोना (जेवरात) भी बरामद किया*


*बिहार के कुख्यात "दास गैंग" के सरगना की जबलपुर पुलिस ने धर दबोचा*

जबलपुर संवाददाता/ थाना खितौला क्षेत्र में ईसाफ स्मॉल फाइनेंस बैंक की सनसनीखेज डकैती का मामला सुलझ गया है। जबलपुर पुलिस की क्राइम ब्रांच की विशेष टीम ने बिहार के गया जिले से डकैती करने वाले अंतर्राज्यीय डकैत गिरोह "दास गैंग" के सरगना राजेश दास और उसके एक सहयोगी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बैंक से लूटा गया 3 किलो सोना (जेवरात) भी बरामद कर लिया है।

गिरफ्तार आरोपियों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी:

· राजेश दास उर्फ आकाश दास (उम्र 38 वर्ष): गिरोह का सरगना। यह एक दुर्दांत और बड़ा अपराधी है, जिस पर बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ में एक दर्जन से अधिक बैंक डकैती और अन्य मामले दर्ज हैं।

· इंद्रजीत दास उर्फ सागर दास (उम्र 26 वर्ष): राजेश दास का सहयोगी, जिसने डकैती और सोना छुपाने में मदद

· शातिर अपराधी: सरगना राजेश दास इससे पहले जून 2025 में ही छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जेल से रिहा हुआ था और छूटने के महज डेढ़ महीने के अंदर ही उसने 11 अगस्त, 2025 को खितौला में यह डकैती की।

· बड़ी सफलता: पुलिस महानिरीक्षक जबलपुर जोन द्वारा घोषित ₹30,000 के इनाम के बाद टीम को यह बड़ी सफलता मिली।

· पैन-इंडिया गिरोह: यह गिरोह बिहार (गया, सासाराम, जमुई), झारखंड, पश्चिम बंगाल (पुरुलिया) और छत्तीसगढ़ (रायगढ़) में सक्रिय था।

· तत्काल कार्रवाई: घटना के बाद पुलिस के शीर्ष अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और क्राइम ब्रांच की विशेष टीम गठित की गई, जिसने कड़ी मेहनत से आरोपियों का पता लगाया।

डकैती का संक्षिप्त विवरण:

11 अगस्त, 2025 को खितौला स्थित ईसाफ स्मॉल फाइनेंस बैंक में 5 बदमाशों ने डकैती की थी। उन्होंने बैंक से लगभग 14.8 किलो सोने के जेवर (आम जनता का गिरवी रखा हुआ) और लगभग 5 लाख रुपये नकद लूट लिए थे। गिरफ्तार सरगना राजेश दास ने अपने हिस्से का 3 किलो सोना एक खेत में छुपा रखा था, जिसे पुलिस ने उसकी मदद से बरामद कर लिया है। शेष लूट का माल अन्य सदस्यों के पास है, जिनकी तलाश जारी है।

पुलिस टीम: इस सफल ऑपरेशन में पुलिस अधीक्षक जबलपुर सहित क्राइम ब्रांच, जिला बल और क्षेत्रीय थानों की टीमों ने बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में छापेमारी करके यह सफलता हासिल की