जेल में बड़ा घोटाला, कैदी ने जेल से ही बनाई नकली चेकबुक, जमानत पर रिहा होते ही लूटे 30 लाख*
जेल के वरिष्ठ सहायक और चौकीदार भी घोटाले में शामिल, FIR दर्ज, चारों आरोपीयों को किया गिरफतार*
जेल कर्मियों की संलिप्तता ने इस मामले को और गंभीर बना दिया है
आजमगढ़ जिला कारागार में एक हैरतअंगेज घोटाला सामने आया है, जहां एक कैदी ने जेल की ही चारदीवारी के भीतर रहते हुए एक बैंक की नकली चेकबुक तैयार की और जमानत पर रिहा होने के बाद उसके जरिए 30 लाख रुपए की अवैध निकासी कर डाली। इस मामले में जेल के एक वरिष्ठ सहायक और एक चौकीदार पर भी आरोप है कि उन्होंने कैदी का साथ दिया।
1. जेल में तैयार हुई साजिश: आरोपी कैदी जेल में बंद था। इस दौरान उसने किसी तरह एक निजी बैंक की नकली चेकबुक तैयार कर ली। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि जेल के वरिष्ठ सहायक रामाश्रय यादव और चौकीदार राम प्रकाश ने इस काम में उसकी मदद की।
2. जमानत और फिर धोखाधड़ी: कैदी को कुछ समय बाद जमानत पर रिहा कर दिया गया। रिहाई के बाद, उसने बनाई गई नकली चेकबुक का इस्तेमाल करते हुए बैंक से 30 लाख रुपए की राशि निकाल ली।
3. मामला खुला और FIR दर्ज: जब बैंक और प्रशासन को इस धोखाधड़ी का पता चला, तो तुरंत मामले की जांच शुरू की गई। जांच में जेल के अंदर रची गई साजिश का खुलासा हुआ। इस पर एफआईआर दर्ज कराई गई।
4. चारों आरोपी गिरफ्तार: घोटाले में शामिल मुख्य आरोपी कैदी, जेल का वरिष्ठ सहायक रामाश्रय यादव और चौकीदार राम प्रकाश समेत कुल चारों आरोपियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
गंभीर सवाल, बड़ी चुनौती यह मामला जेल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था और अंदरूनी तंत्र पर गंभीर सवाल खड़े करता है। सवाल यह है कि एक कैदी जेल के भीतर रहते हुए इतनी बड़ी धोखाधड़ी की साजिश कैसे रच सकता है और उसे अंजाम दे सकता है। जेल कर्मियों की संलिप्तता ने इस मामले को और गंभीर बना दिया है पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या इस घोटाले में और लोग शामिल थे या इसी तरह की और घटनाएं हुई हैं