*दीपावली से पहले लाडली बहनों को बड़ी खुशखबरी, 29वीं किस्त आज*
*मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज सिंगल क्लिक से 1.26 करोड़ महिलाओं के खातों में ट्रांसफर करेंगे
*1541 करोड़ रुपये; 559 करोड़ रुपये से अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण भी करेंगे*
भोपाल, संवाददाता/ प्रदेश की लाडली बहनों को इस दीपावली से पहले एक बड़ा तोहफा मिलने जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव रविवार को श्योपुर जिले में आयोजित एक कार्यक्रम में लाडली बहना योजना की 29वीं किस्त के रूप में 1 करोड़ 26 लाख 86 हजार महिलाओं के बैंक खातों में 1541 करोड़ रुपये की राशि अंतरित करेंगे। यह कार्यक्रम श्योपुर के मेला ग्राउंड में आयोजित किया जा रहा है।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री 98.87 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का लोकार्पण तथा 460.40 करोड़ रुपये के नए निर्माण एवं विकास कार्यों का शिलान्यास भी करेंगे, जिससे जिले के समग्र विकास को गति मिलने की उम्मीद है।
महिला सशक्तिकरण के अन्य कदम
इस अवसर पर मुख्यमंत्री यादव राज्य सरकार की अन्य जन-कल्याणकारी योजनाओं के तहत भी हितग्राहियों को लाभान्वित करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार हर परिस्थिति में किसानों के साथ है, आपदाग्रस्त प्रत्येक किसान को मदद दी जाएगी। इसके अंतर्गत उल्लेखनीय गतिविधियाँ होंगी:
· स्व-सहायता समूहों को प्रोत्साहन: एनआरएलएम के अंतर्गत संचालित स्व-सहायता समूह की महिलाओं को 30 करोड़ 12 लाख रुपये की सीसीएल राशि का चेक प्रदान किया जाएगा।
· विविध योजनाओं का लाभ वितरण: मुख्यमंत्री दुधारू गाय प्रतियोगिता पुरस्कार योजना, प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना, मुख्यमंत्री कल्याण विवाह सहायता योजना और दिव्यांग विवाह प्रोत्साहन योजना सहित कई अन्य योजनाओं के हितग्राहियों को लाभ का वितरण किया जाएगा।
भविष्य में और बढ़ेगी राशि
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हाल ही में घोषणा की थी कि लाडली बहना योजना के तहत मिलने वाली राशि जल्द ही बढ़ाई जाएगी। उन्होंने कहा, "दीपावली के बाद भाईदूज से लाडली बहनों को अब हर महीने 1,500 रुपये मिलेंगे।" उन्होंने यह भी कहा कि धीरे-धीरे वर्ष 2028 तक इस राशि को 3,000 रुपये प्रति माह तक ले जाने का लक्ष्य है। योजना की शुरुआत में महिलाओं को 1,000 रुपये प्रति माह मिलते थे, जिसे पहले ही बढ़ाकर 1,250 रुपये किया जा चुका है।
इस योजना के माध्यम से प्रदेश सरकार महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और उन्हें सामाजिक निर्णय लेने में सक्षम बनाने के अपने संकल्प को पूरा कर रही हैं