*मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मथुरा में यात्रा में शामिल हुए*
*दिल्ली-आगरा नेशनल हाईवे पर बैठकर सामूहिक भोजन में हिस्सा लिया*
*जिस प्रकार अयोध्या में भगवान श्री राम मुस्कुरा रहे हैं, भगवान चाहेंगे तो गोपाल कृष्ण भी मुस्कुराएंगे*
आज, 16 नवंबर 2025 को, दिल्ली से वृंदावन तक चल रही सनातन हिन्दू एकता पदयात्रा का समापन हो गया है। इस यात्रा में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने परम पूज्य बाबा बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के साथ शामिल होकर एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसमें उन्होंने सड़क पर बैठकर सामूहिक भोजन करके सादगी और एकता का संदेश दिया।
समापन : यह पदयात्रा आज, 16 नवंबर को वृंदावन स्थित बांके बिहारी मंदिर पर समाप्त हुई।
· मुख्यमंत्री की सहभागिता : मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मथुरा में यात्रा में शामिल हुए। उन्होंने पंडित धीरेंद्र शास्त्री के साथ पैदल चलकर और दिल्ली-आगरा नेशनल हाईवे पर बैठकर सामूहिक भोजन में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने 'समरसता भोज' का प्रसाद ग्रहण किया।
· उद्देश्य : इस यात्रा का उद्देश्य सनातन हिंदू समाज में एकता और समरसता का संदेश फैलाना तथा सांस्कृतिक परंपराओं के संरक्षण के लिए जागरूकता पैदा करना बताया गया।
· प्रमुख व्यक्तियों का समर्थन : इस यात्रा में अन्य कई गणमान्य लोग भी शामिल हुए, जिनमें जगद्गुरु रामभद्राचार्य सहित अन्य संत, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और क्रिकेटर शिखर धवन व उमेश यादव शामिल हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के विचार
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस अवसर पर कहा कि "यह पदयात्रा केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति, राष्ट्रभावना और एकता का महान संदेश है।" उन्होंने यह भी कहा, "जिस प्रकार अयोध्या में भगवान श्री राम मुस्कुरा रहे हैं, भगवान चाहेंगे तो गोपाल कृष्ण भी मुस्कुराएंगे।"
यह पदयात्रा और इसमें मुख्यमंत्री जैसे महत्वपूर्ण राजनीतिक व्यक्तित्व की सक्रिय भागीदारी सनातन परंपरा के प्रति बढ़ते सामाजिक-सांस्कृतिक जागरण की एक ऐतिहासिक घटना के रूप में दर्ज हुई है।