*रक्षाबंधन पर तिरंगे की छाया में मिला "जीवन का उपहार"*
बैलगाड़ी वाला तिरंगा: जबलपुर ने देशभक्ति को दिया नया अंदाज़
*(जबलपुर ने देशभक्ति और भाईचारे का अनूठा संगम देखा)*
पारंपरिक बैलगाड़ी को तिरंगा झाँकी में तब्दील कर यात्रा का केंद्र बनाया गया, जिसने सड़कों पर राष्ट्रप्रेम की बयार बहा दी।
**"दिव्यांगों के कदमों से गूंजा देशभक्ति का गीत"**
- नेत्रहीन विद्यालय की छात्राओं और दिव्यांगजनों ने यात्रा में बढ़-चढ़कर भाग लेकर समावेशी देशभक्ति की मिसाल पेश की।
**"राखी के रंग में रंगी सौगात"**
- महापौर जगत बहादुर सिंह 'अन्नू' ने 2400 निगम कर्मचारियों को जीवन बीमा देने की घोषणा की।
- ऐतिहासिक फैसला: अब हर साल रक्षाबंधन पर कर्मचारियों को विशेष उपहार मिलेगा।
**"भारत माता के जयघोष के बीच कजलियों की मस्ती"**
- यात्रा के बाद कर्मचारियों ने महापौर को राखी बाँधी, जबकि पुरुष कर्मचारियों ने कजलियाँ उत्सव मनाकर खुशी जताई।
** यात्रा स्मरणीय:**
-मार्ग भँवरताल आयुष्मान हॉस्पिटल → रसल चौक नौदरा ब्रिज निगम मुख्यालय
- नेतृत्व: महापौर अन्नू व निगमायुक्त प्रीति यादव।
- शामिल हस्तियाँ: 50+ जनप्रतिनिधि, अधिकारी, कर्मचारी संघ प्रमुख व नागरिक।
**क्यों खास है यह घटना?**
- **प्रतीकात्मक एकता: तिरंगे के नीचे दिव्यांग बच्चों से लेकर अधिकारियों तक सबका एक साथ चलना।
- कर्मचारी कल्याण की मिसाल:जीवन बीमा जैसी योजना से कर्मचारियों में उत्साह का संचार।
- सांस्कृतिक विरासत:बैलगाड़ी की झाँकी ने देसी परंपरा को तिरंगे से जोड़ा।
> "यह यात्रा सिर्फ एक आयोजन नहीं, बल्कि जनभागीदारी से सजी देशभक्ति की जीती-जागती तस्वीर थी!"
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- *"राखी पर बंधी कर्मचारियों की किस्मत! महापौर ने दिया 2400 लोगों को जीवन बीमा"*
- *"बैलगाड़ी वाला तिरंगा: जबलपुर ने देशभक्ति को दिया नया अंदाज़"*
- *"दिव्यांग बच्चों के कदमों से गूंजा वंदे मातरम!"*